Skip to main content

Virus-Nature's Game or Human's scam ?


  

                     Videopur-A Hope Of Life


                                    1999















                             




आखिर हर  2 से 5 साल के अंतराल पर ये वायरस कहाँ से आ जाते  है? कभी सोचा है इसके बारे में! विज्ञान इतना तरक्की कर चुका है फिर भी इन वायरस का अब तक कोई इलाज नही!तो फिर तरक्की किसकी मानी जाए? लाखों-करोड़ों रुपये का बिजनेस इन वायरस के नाम पर हर बार होता है और यह आगे भी चलता रहेगा।




इसमें दी गयी सारी जानकारी गूगल से सआभार लिया गया है।इसकी गुणवत्ता की जांच आप कर सकते है।
क्या यह प्रकृति का एक खेल है या फिर मनुष्यों द्वारा रचित कोई बहुत बड़ा घोटाला।आप खुद सोचिए आखिर हर 2 से 5 साल के अंदर एक न एक नया वायरस का खेल शुरू हो ही जाता है।





   1999 

West nile virus वायरस की खोज की गई थी युगांडा 1937 में, और पहली बार 1999 में उत्तरी अमेरिका में पाया गया था।[1][3] WNV यूरोप, अफ्रीका, एशिया, ऑस्ट्रेलिया और उत्तरी अमेरिका में हुआ है।[1] संयुक्त राज्य में एक वर्ष में हजारों मामले दर्ज किए जाते हैं, जिनमें से अधिकांश अगस्त और सितंबर में होते हैं।[

WNV एक मच्‍छर जनित बीमारी है। यह बीमारी मुख्यत: संयुक्‍त राज्‍य अमेरिका के द्वीपीय क्षेत्रों में पाई जाती है। इसकी खोज पहली बार 1937* में युगांडा के पश्चिमी नील उप-क्षेत्र में की गई थी। WNV का पहला गंभीर प्रकोप 1990 के दशक के मध्य में अल्जीरिया और रोमानिया में हुआ था।

West Nile virus is a single-stranded RNA virus that causes West Nile fever. It is a member of the family Flaviviridae, specifically from the genus Flavivirus, which also contains the Zika virus, dengue virus, and yellow fever virus. West Nile virus is primarily transmitted by mosquitoes, mostly species of Culex. Wikipedia



                    2002-2003




सिवियर एक्यूट रेस्पिरेटरी सिंड्रोम अथवा सार्स (हिन्दीअति तीव्र श्वसन परिलक्षणसार्स कोरोनावाइरस द्वारा जनित श्वसन से संबंधित रोग है।[1] नवम्बर २००२ और जुलाई २००३ के बीच, दक्षिणी चीन में सार्स रोग प्रकोप आरम्भ हुआ जिसके परिणामस्वरूप विभिन्न देशों में 8273 लोग संक्रमित हुए एवं 775 लोगों की मृत्यु हो गयी थी, इसमें सबसे अधिक संख्या हाँगकांग की रही।[2] विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के अनुसार (9.6% मृत्यु)।[3] २००३ के पूर्वार्द्ध में कुछ ही सप्ताह में सार्स विभिन्न ३७ देशों के व्यक्तियों में फैल गया।[4]

                      2006



 The first known cases in humans were reported in 1997, when an outbreak of avian influenza A virus subtype H5N1 in poultry in Hong Kong led to severe illness in 18 people, one-third of whom died.

An outbreak of the H5N1 virus in India in 2006 seriously disrupted the functioning of the poultry industry in Navapur, negatively affecting the people living in the area as the poultry industry was their main source of income at the time


                           2009




Swine influenza is an infection caused by any one of several types of swine influenza virusesSwine influenza virus (SIV) or swine-origin influenza virus (S-OIV) is any strain of the influenza family of viruses that is endemic in pigs.[2] As of 2009, the known SIV strains include influenza C and the subtypes of influenza A known as H1N1H1N2, H2N1, H3N1H3N2, and H2N3.



human respiratory infection caused by an influenza strain that started in pigs.

Swine flu was first recognised in the 1919 pandemic and still circulates as a seasonal flu virus. Swine flu is caused by the H1N1 virus strain, which started in pigs.




                           December  2013




The disease was first identified in 1976, in two simultaneous outbreaks: one in Nzara (a town in South Sudan) and the other in Yambuku (Democratic Republic of the Congo), a village near the Ebola River from which the disease takes its name.[1] EVD outbreaks occur intermittently in tropical regions of sub-Saharan Africa.[1] From 1976 to 2012, the World Health Organization reports 24 outbreaks involving 2,387 cases with 1,590 deaths.[1][13] The largest outbreak to date was the epidemic in West Africa, which occurred from December 2013 to January 2016, with 28,646 cases and 11,323 deaths.[14][15][16] It was declared no longer an emergency on 29 March 2016.[17] Other outbreaks in Africa began in the Democratic Republic of the Congo in May 2017,[18][19] and 2018.[20][21] In July 2019, the World Health Organization declared the Congo Ebola outbreak a world health emergency.[22]


A virus that causes severe bleeding, organ failure and can lead to death.

Humans may spread the virus to other humans through contact with bodily fluids such as blood.


                           2015-2016



Zika virus (ZIKV; pronounced /ˈzkə/ or /ˈzɪkə/[3][4]) is a member of the virus family Flaviviridae.[5] It is spread by daytime-active Aedes mosquitoes, such as A. aegypti and A. albopictus.[5] Its name comes from the Ziika Forest of Uganda, where the virus was first isolated in 1947.[6] Zika virus shares a genus with the dengueyellow feverJapanese encephalitis, and West Nile viruses.[6] Since the 1950s, it has been known to occur within a narrow equatorial belt from Africa to Asia. From 2007 to 2016, the virus spread eastward, across the Pacific Ocean to the Americas, leading to the 2015–2016 Zika virus epidemic.[7]










Main results

Description

A disease caused by Zika virus that is spread through mosquito bites.
In most cases, there are no symptoms. In a few cases, Zika can trigger paralysis (Guillain-Barré Syndrome). In pregnant women, it may cause subsequent birth defects.



                                2018



निपा वायरस संक्रमण (एनआईवी) निपा वायरस के कारण एक वायरल संक्रमण है। संक्रमण से लक्षण बुखार, खांसी, सिरदर्द, सांस की तकलीफ और भ्रम से भिन्न होते हैं।.[1] जटिलताओं में मस्तिष्क और दौरे की सूजन शामिल हो सकती है।.[2] यह वायरस टेरोपस जीन्स नामक नस्ल के चमगादड़ में मिला, 1995 में यह वायरस सूअर में भी देखने को मिला था, तथा NiV M -निपाह वायरस इस नाम से मलेशिया में मिला था एवं NiV B-नाम से बांग्लाादेश में ।

निपा वायरस फ्रूट चमगादड़ों से होता है जिस पेड़ पर चमगादड़ रहते हैं वहां वह इस वायरस को फैला देते हैं उस पेड़ के फल खाने वाले को यह वायरस हो जाता है। यह एक लाइलाज बीमारी है जिससे मुक्ति मौत के साथ ही मिल पाती है अभी तक इस बीमारी का कोई इलाज नहीं है। 

Nipah virus, scientific name Nipah henipavirus, is a bat-borne virus that causes Nipah virus infection in humans and other animals, a disease with a high mortality rate. Numerous disease outbreaks caused by Nipah virus have occurred in South and Southeast Asia. Wikipedia




                          2019 covid




Coronavirus disease 2019 (COVID-19), also known as the coronavirus, or COVID, is a contagious disease caused by severe acute respiratory syndrome coronavirus 2 (SARS-CoV-2). The first known case was identified in Wuhan, China, in December 2019.[7] The disease has since spread worldwide, leading to an ongoing pandemic.[8]


इन सब बातों को ध्यान में रखते हुए सावधान रहें।इन सब बीमारियों का अबतक कोई पुख्ता इलाज नही है।बचाव ही इलाज है।अफ़वाहों पर ध्यान न दें।किसी भी परेशानी पर  अपने नजदीकी डॉक्टर से जरूर परामर्श लें।

आशा करता हूँ कि यह लेख आपको पसंद आया होगा।

FOLLOW ME FOR MORE UPDATES.LIKE, COMMENT & SHARE.

SUBSCRIBE MY BLOG CHANNEL or  search on Google:-  Videopur-A Hope of Life




Comments

Popular posts from this blog

New HOLLYWOOD,BOLLYWOOD,SOUTH MOVIE ,PUNJABI MOVIE& ADULT18+ MOVIE FREE

  NOTE:- इस एप्प की सबसे बड़ी खासियत यह है कि आप ऑनलाइन देख सकते है तथा पसंद आये तो ही डाऊनलोड करें।जैसा कि Telegram में यह सुविधा नही है।अतः यह एप्प टेलीग्राम से भी एक कदम आगे है। अक्सर लोग फ़िल्म देखने के लिए सबसे पहले YOUTUBE का  सहारा लेते है।पर YOUTUBE पर सभी फिल्में नही मिलती। अगर मिल भी गयी तो उसके लिए पैसे PAID करने पड़ते है। सबसे खास बात यह है कि YOUTUBE फ्लॉप मूवी को जल्द  अपलोड कर देता है जबकि सुपर डुपर हिट मूवी देखने के लिए  चार्ज लगा देता है।यूट्यूब से डाऊनलोड की हुई मूवी शेयर नही  की जा सकती ।शेयर करने के नाम पर डाउनलोड करने का एक  लिंक  देता है जो कि काफी निराशाजनक होता है।और तो और  आप youtube पर लैटेस्ट नई मूवी या वेब सीरीज बिल्कुल नही  देख सकते क्योंकि लैटेस्ट नई मूवी या वेब सीरीज के लिए पैसे देने  पड़ते है। लेकिन videopur आपके लिए लाया है एक विशेष App   क्या आप भी नई नई फिल्म या वेब सीरीज देखना चाहते है:- पर कैसे देखेंगे ?youtube पर तो  मिलेगा ही नही। 😂😄😀😁 आज हम आपको  एक बेहतरीन App के बारे में बता...

मौत या शहादत

आज के इस काल्पनिक कहानी को पढ़ने के बाद अगर आपको कुछ कहना हो तो कमेंट बॉक्स में अपनी राय जरूर दीजियेगा.आपके बहुमूल्य सुझावों का हम पूरे सम्मान के साथ स्वागत करते है. घर में खुशी का माहौल था. सभी बहुत खुश थे.इस खुशी का कारण भी अपने आप में बड़ा था. आखिरकार महेश के घर में चार बेटियों के बाद आज एक बेटे का जन्म जो हुआ था.परिवार मध्यमवर्गीय था.इसलिए चार बेटियों के लालन पालन की चिंता को भूलते हुए महेश पूरे हर्षों उल्लाश के साथ इस खुशी को अपने परिवार के  साथ साथ गांव वालों के साथ जश्न मना रहा था. वैसे भी मध्यमवर्गीय परिवार खुशियां बाटने में कमी नही करता.भले ही उसके हिस्से में दुख ही क्यों न लिखा हो. मानवों की बटवारे में मध्यमवर्गीय परिवार को ज्यादा संघर्ष करना पड़ता है. महेश का पूरा परिवार कृषि पर आधारित था.इसलिए इनके जीवन में उत्तर चढ़ाव लाजमी था.चार बेटियों के बाद जन्म लेने के कारण लड़के का नाम दीपक रहा.मानो यह लड़का इस परिवार के लिये  कुलदीपक के समान हो,खैर ये उनकी अपनी श्रद्धा ,विश्वाश था. समय बीतता गया, महेश ने एक एक करके चारों बेटियों की शादी कर देता है. लड़के को अपनी इस मध्यमवर्गीय...
संसद भवन की खास बातें Source:-दृष्टि आईएएस drishti Ias आप आजकल कभी संसद भवन के आसपास से गुजरें तो समझ आ जाएगा कि देश की नई संसद की इमारत के निर्माण का कार्य शुरू हो चुका है। संसद भवन परिसर को बड़े-विशाल बोर्डों से घेर दिया गया है पर अंदर से बाहर आने वाली आवाजें बताती हैं कि नई संसद बनाई जा रही है। हालॉंकि पुराना संसद भवन बना रहेगा। उसके उपयोग को लेकर भी सरकार जल्दी फैसला लेगी। निश्चित रूप से भारतीय लोकतंत्र का सबसे अहम प्रतीक रहा है हरबर्ट बेकर द्वारा डिजाइन किया गया संसद भवन। बेकर ने अपने सीनियर और नई दिल्ली के चीफ टाउन प्लानर एडवर्ड लुटियंस के परामर्श से संसद भवन का डिजाइन तैयार किया था। इस निर्माण के वक्त दोनों में कई मुद्दों पर बहस होती रहती थी। बेकर इसके बड़े हॉल के ऊपर गुंबद बनवाना चाह रहे थे जबकि लुटियंस इसे गोलाकार रखने का पक्ष में थे। तब इसका नाम कौंसिल हाउस था। संसद भवन का निर्माण 1921-1927 के दौरान किया गया था। इसका उद्घाटन 18 जनवरी 1927 को हुआ था। संसद भवन वास्तुकला का एक उत्कृष्ट नमूना है। इसकी तुलना विश्व के सर्वोत्तम संसद भवनों के साथ की जा सकती है। यह एक विशाल वृत्ताकार...